इस लेख में हम भारत के इतिहास से संबंधित पांच महत्वपूर्ण प्रश्नों को पढ़ेंगे और साथ में ही इन प्रश्नों से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों को भी याद करेंगे। इस तरह हमारा इस एक पोस्ट से ही भारत के इतिहास के बहुत प्रश्न क्लियर हो जाएंगे।
प्रश्न 1. रावी नदी का वैदिक नाम क्या है।
A. अस्किनी
B. शुतुद्रि
C. परुषिणी
D. कालिंदी
- वैदिक ग्रंथों में नदियों के नाम
- चिनाब नदी का - आस्किनी
- सतलुज नदी का - शुतुद्री
- यमुना नदी का - यामी (कालिंदी अन्य ग्रंथों में)
- रावी नदी का - परुषिनी
- झेलम नदी का - वितस्ता
- व्यास नदी का - बिपासा
प्रश्न 2. मोहनजोदड़ो किस नदी के तट पर स्थित है।
A. रावी नदी
B. सिंधु नदी
C. घग्घर नदी
D. सरस्वती नदी
- सिंधु घाटी सभ्यता के प्रमुख स्थल तथा उनसे संबंधित नदियां
- मोहनजोदड़ो - सिंधु नदी
- चन्हूदड़ों - सिंधु नदी
- सुतकांगडोर - दाश्क नदी
- हड़प्पा - रावी नदी
- रोपड़ - सतलज नदी
- लोथल - भोगवा नदी
- कालीबंगा - घग्घर नदी
- बनवाली - सरस्वती नदी
- धोलावीरा - लूनी नदी
प्रश्न 3. गायत्री मंत्र का उल्लेख कौनसे वेद में मिलता है
A. सामवेद
B. ऋग्वेद
C. अथर्ववेद
D. यजुर्वेद
- गायत्री मंत्र से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य
- उल्लेख - ऋग्वेद में
- ऋग्वेद के तीसरे मंडल के 62वें सूक्त के 10वें श्लोक में।
- गायत्री मंत्र में 24 अक्षर होते हैं।
- रचयिता - ऋषि विश्वामित्र।
प्रश्न 4. निम्नलिखित में से कौन सा युग्म गलत है
A. अथर्ववेद - जादुई सूत्र का ज्ञान
B. ऋग्वेद - स्तुति के भजनों का ज्ञान
C. यजुर्वेद - यज्ञीय सूत्रों का ज्ञान
D. सामवेद - विज्ञान का ज्ञान
- वेदों से क्या क्या ज्ञान
- अथर्ववेद - आयुर्वेद का ज्ञान तथा जादू-टोने से जुड़ी जानकारी।
- ऋग्वेद - देवताओं की स्तुतियां, प्रार्थनाएं, और देवलोक में उनकी स्थिति का वर्णन है तथा जल चिकित्सा, वायु चिकित्सा, सौर चिकित्सा, मानस चिकित्सा, और हवन द्वारा चिकित्सा के बारे में जानकारी मिलती है।
- यजुर्वेद - यज्ञों से जुड़े सारे नियमों का संग्रह तथा यज्ञों के अलावा तत्वज्ञान का भी वर्णन।
- सामवेद - संगीत से जुड़ी जानकारी तथा सामवेद को भारतीय संगीत का मूल माना जाता है।
Q5. वैदिक काल में समाज को कितने वर्गों में विभाजित किया गया था।
A. छह
B. तीन
C. पांच
D. चार
- वैदिक काल में समाज का विभाजन
- समाज को 4 वर्गों में बांटा गया था जिन्हें वर्ण कहा जाता था।
- ये चार वर्ण ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र थे।
- प्रारंभ में वर्णो का विभाजन व्यवसाय पर आधारित था बाद में वंशानुगत हो गया था।
- ब्राह्मण और क्षत्रिय को अग्रणी जाति माना जाता था।
- वैश्यों को भी उच्च जाति माना जाता था, लेकिन ब्राह्मण और क्षत्रियों से कम माना जाता था।
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