राजस्थान के राजाओं की उपाधियां जिनसे संबंधित प्रश्न जरूर पूछा जाता है।

Abrar Khan
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वाक्पति राजा की उपाधि

इस लेख में हम पढ़ेंगे कि राजस्थान के राजाओं को कौन कौनसी उपाधियां मिली हुई थी क्योंकि कि आजकल राजस्थान की सरकारी सेवा की परीक्षा में एक सवाल इस विषय से पूछ लिया जाता है तो चलिए शुरू करते हैं आज का अपना ये लेख। 

  • राजस्थान के राजाओं की उपाधियां
    • बप्पा रावल - कालभोज।
    • राणा सांगा - हिंदूपत राजासैनिकों का भग्नावशेष।
    • महाराणा कुम्भा - हिन्दू सुरतान, अभिनवभृताचार्य, राणेराय, रावराय, हालगुरू, शैलगुरु, दानगुरु, छापगुरु, नरपति, परपति, गजपति, अश्वपति, नन्दीकेशवर, परम भागवत।
    • राणा हम्मीर - विषम घाटी पंचानन, मेवाड़ का उद्धारक
    • अनूप सिंह - माही मारतिव (औरंगजेब द्वारा प्रदान की गई)
    • मानसिंह - फर्जन्द (अकबर द्वारा प्रदान की गई)
    • जयसिंह - मिर्ज़ा राजा (शाहजहां द्वारा प्रदान की गई)
    • जयसिंह द्वितीय - सवाई (औरंगजेब द्वारा प्रदान की गई)
    • राव चुड़ा - भीष्म पितामह।
    • विग्रहराज चतुर्थ - बीसलदेव, कवि बान्धव
    • पृथ्वीराज चौहान तृतीय - रायपिथौरा, दलपूंगल।
    • मूंज - कविवर्ष, वाक्पति राजा,उत्पल राज।
    • वीर दुर्गादास - मारवाड़ का अणबिन्धा मोती।
    • राव चन्द्रसेन - मारवाड़ का महाराणा प्रताप, प्रताप का अग्रगामी, भुला बिसरा राजा।
    • अजीतसिंह - कान का कच्चा राजा।
    • मिहिर भोज - भोज प्रथम, आदिवराह, प्रभास।

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