इस लेख में हम चित्तौड़गढ़ दुर्ग से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में पढ़ेंगे। चित्तौड़गढ़ दुर्ग टॉपिक से एक प्रश्न आजकल सभी परीक्षा में पूछ लिया जाता है। अगर आप इस लेख को अच्छे से पढ़ते हैं तो आपका इस टॉपिक से कोई भी प्रश्न गलत नहीं होगा।
- चित्तौड़गढ़ दुर्ग
- निर्माण - 7वी सदी में चित्रांग / चित्रांगद मौर्य के द्वारा
- आधुनिक निर्माता - महाराणा कुंभा को
- उपनाम - चित्रकूट दुर्ग, सिरमौर दुर्ग, राजस्थान का गौरव, दुर्गों का दुर्ग, राजस्थान का दक्षिणी पूर्वी द्वार।
- विशेषता - क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान का सबसे बड़ा दुर्ग, एकमात्र दुर्ग जिसमें कृषि होती है, दिल्ली मालवा रास्ते पर।
- लम्बाई 8 किमी तथा चौड़ाई 2 किमी
- आकृति - व्हेल मछली के समान
- गम्भीरी और बेड़च नदी के संगम पर
- विश्व धरोहर सूची - 21 जून 2013 को यूनेस्को द्वारा शामिल किया गया
- मेला - जौहर मेला चैत्र कृष्णा एकादशी को, पर्यटन विभाग के सहयोग से।
- चित्तौड़गढ़ दुर्ग के प्रवेश द्वार
- प्रवेश द्वार - 7
- पाडन / पावटन पोल, भैरोपोल, हनुमानपोल, गणेशपोल, जोड़लापोल, लक्ष्मणपोल, रामपोल
- पूर्वी द्वार - सूरजपोल
- उत्तरी द्वार - लाखेटा बारी
- चित्तौड़गढ़ दुर्ग में स्थित छतरियां
- जयमल व फत्ता की छतरी, कल्ला राठोड़ की छतरी, रैदास की छतरी, बाघसिंह की छतरी।
- बाघ सिंह की छतरी - पाडन / पावटन पोल पर
- कल्ला राठोड़ की छतरी - भैरोपोल पर 4 खम्भों की
- जयमल की छतरी - भैरोंपोल पर 16 खम्भों की
- कुंभा ने रथ मार्ग बनवाया था।
- चित्तौड़गढ़ दुर्ग में स्थित बावड़ियां
- घी तेल बावड़ी
- खातन बावड़ी
- चित्तौड़गढ़ दुर्ग में स्थित कुण्ड
- गौमुख कुंड
- हाथी कुंड
- सूर्य कुंड
- भीमतल कुंड
- चित्तौड़गढ़ दुर्ग में स्थित तालाब
- जयमल फत्ता तालाब
- चित्तौड़गढ़ दुर्ग में स्थित हवेलियां
- जयमल व फत्ता की हवेलियां
- भामाशाह की हवेली
- सैलूम्बर हवेली
- पुरोहितों की हवेली
- रामपुरा हवेली
- आल्हा काबरा की हवेली
- राव रणमल की हवेली
- चित्तौड़गढ़ दुर्ग में स्थित महल
- नवलखा या नवकोठा महल या कुंभा महल
- पद्मिनी महल
- रतन सिंह महल
- गौरा बादल महल
- फतेह महल
- आहड़ा हिंगलू का महल
- चित्तौड़गढ़ दुर्ग में स्थित मंदिर
- श्रृंगार चंवरी मंदिर
- समिद्धेश्वर या मोकल मंदिर
- सतबीस देवरी
- तुलजा भवानी मंदिर
- कुंभश्याम मंदिर
- श्याम पाश्र्वनाथ मंदिर
- अन्नपूर्णा माता मंदिर
- कालिका माता मन्दिर
- श्रृंगार चंवरी मंदिर
- निर्माण - वेलका ने
- विवाह - कुंभा की पुत्री रमाबाई का मंडलीक के साथ।
- भगवान शांतिनाथ का मंदिर
- जैन मंदिर
- समिद्धेश्वर या मोकल मंदिर
- निर्माण - राजा भोज ने
- शैली - नागर शैली
- पुनः निर्माण - मोकल
- सतबीस देवरी
- छोटे छोटे 27 जैन मंदिर
- तुलजा भवानी मंदिर
- निर्माण - बनवीर ने
- कुलदेवी - शिवाजी की
- श्याम पाश्र्वनाथ मंदिर
- निर्माण - तेज सिंह की पत्नी जेतल देवी ने
- अन्नपूर्णा माता मंदिर
- निर्माण - हम्मीर ने
- चित्तौड़गढ़ दुर्ग पर आक्रमण
- मामू (अफगानिस्तान) - चित्तौड़गढ़ दुर्ग पर प्रथम आक्रमण
- बप्पा रावल - 734 ई में मानमोरी मोर्य को हराकर चित्तौड़गढ़ दुर्ग पर अधिकार किया
- अलाउद्दीन खिलजी - 1303 में रतन सिंह को हराकर दुर्ग पर अधिकार किया तथा दुर्ग का नाम खिज्राबाद कर दिया।
- राणा हम्मीर - 1326 में दुर्ग पर अधिकार कर सिसोदिया वंश की नींव रखी।
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