- मीणा जनजाति
- मीणा शब्द का शाब्दिक अर्थ मीन या मछली होता है।
- उत्पत्ति - विष्णु के मत्स्य अवतार से।
- राजस्थान की सबसे बड़ी जनजाति
- निवास स्थल - जयपुर, सवाईमाधोपुर, उदयपुर, अलवर
- मूल स्थान - राजस्थान
- जयपुर शासको का राजतिलक मीणा सरदार ही करते थे।
- मीणा पुराण
- रचना - मगन सागर
- मीणाओ में गौत्र - 5200
- उत्पत्ति - मत्स्य अवतार से
- भाटो के अनुसार
- मीणाओं में 12 पाल 32 ताड़े व 80 गौत्र है।
- मीणा जनजाति से अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
- चौरासी - मीणाओं की सबसे बड़ी पंचायत
- पटेल - मीणाओ की पंचायत का मुखिया
- पंच पटेल - पांच पंचायतों का मुखिया
- टापरा - मीणाओ का घर
- मेवासे - मीणाओ के जंगलों में स्थित घर
- ओबरी - मीणाओं में अनाज रखने की कोठी
- बलेवड़ा व झदर्किया - मीणा पुरुषों के गले का आभूषण
- तलाक - पुरुष अपने अंगोच्छे का टुकड़ा फाड़ कर देता है
- मीणाओ का प्रमुख देवता - बुझ देवता
- मीणाओं का प्रयागराज - रामेश्वर घाट (सवाईमाधोपुर)
- भूरिया बाबा / गोमतेश्वर बाबा
- मीणाओं के कुल देवता
- मीणा इनकी झूठी कसम नहीं खाते हैं
- मंदिर - अर्णोद (प्रतापगढ)
- मेला - वैशाख पूर्णिमा को
- अन्य मंदिर - सिरोही में
- मीणाओं में दो वर्ग होते हैं
- चौकीदार मीणा
- उच्च वर्ग के मीणा
- राजा महाराजाओं के यहां चौकीदारी करते थे
- नया वासी मीणा भी कहते हैं
- निवास स्थल - जयपुर, आमेर, दौसा, सवाई माधोपुर, करौली, सीकर, झुंझुनू
- जमींदार मीणा
- निम्न वर्ग के मीणा
- कृषि कार्य करते हैं
- पुराना वासी मीणा भी कहते हैं
- निवास स्थल - उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़
- मीणाओं की उपजातियां
- आदि मीणा - मुख्य मीणा जाति है
- सुरतेवाला मीणा - मीणा पुरुष का अन्य जाति की स्त्री से उत्पन्न पुत्र।
- भील मीणा - भील और मीणा से उत्पन्न पुत्र
- चमरिया मीणा - चमड़े का करने वाले
- रावत मीणा - हिंदू राजपूतों को
- ठेढिया मीणा
- चौथया मीणा - गांवों की रक्षा के लिए जाने जाते हैं
- पड़िहार मीणा - इस जाति के मीणा भैंसें का मांस खाते है
- परिहार मीणा
- मेर मीणा
मीणा जनजाति जीके: मीणा शब्द का शाब्दिक अर्थ क्या होता है।
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December 05, 2024
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